शनि ग्रह शांति पूजा 23000 हजार मंत्र जप

 



  • शनि ग्रह की शांति पूजा से जीवन की परेशानियों से पाएं छुटकारा।
    शनि ग्रह शांति पूजा से मिलेंगे लाभ। साथ ही शनि की साढ़े साती, ढैय्या आदि का बुरा प्रभाव होगा दूर।
  • शनि ग्रह शांति पूजा सकारात्मकता के लिए
    इस पूजा में शनि दोष को दूर किया जाता है, जिससे जातक के जीवन में सकारात्मकता आती है।
  • सबसे सटीक उपाय
    शनि के प्रकोप से बचने के लिए शनि ग्रह शांति पूजा है सबसे सटीक उपाय।
  • अभी करवाएं ऑनलाइन पूजा
    शनि ग्रह शांति पूजा आप घर बैठे करवा सकते हैं और इसके लाभ उठा सकते हैं।

शनि ग्रह शांति पूजा

जन्‍मकुंडली में शनि दोष के प्रभाव के कारण हर एक आम व्यक्ति का जीवन अनाथ जैसा बन जाता है। सभी जानते हैं शनि दोष के कारण जीवन पर क्‍या प्रभाव पड़ता है। इस दोष की वजह से जीवन के हर क्षेत्र में असफलता मिलती है और सभी प्रयास फेल हो जाते हैं। अगर कुंडली मे शनि ग्रह की वजह से कोई भी दोष है तो उसका समाधान करना बहुत आवश्यक हैं। शनि के कुप्रभाव की वजह से कंगाली देखनी पड़ सकती हैं। सीमा का ग्रह शनि न्याय, कड़ी मेहनत, पेशों, अचल संपत्ति, बीमारी एवं बुढ़ापे के लिए जाना जाता है। शनि यदि दुर्बल हो तो यह चिंता का स्रोत बन सकता है। शनि के कुप्रभाव के कारण आप हर तरह से कंगाल हो सकते हैं। यहां तक कि आपके सड़क पर आने के दिन भी आ सकते हैं। शनि ग्रह पूजन से शनि की साढ़े साती व ढय्या का अशुभ प्रभाव दूर होता है।

शनि ग्रह शांति पूजा

जन्‍मकुंडली में शनि दोष के प्रभाव के कारण हर एक आम व्यक्ति का जीवन अनाथ जैसा बन जाता है। सभी जानते हैं शनि दोष के कारण जीवन पर क्‍या प्रभाव पड़ता है। इस दोष की वजह से जीवन के हर क्षेत्र में असफलता मिलती है और सभी प्रयास फेल हो जाते हैं। अगर कुंडली मे शनि ग्रह की वजह से कोई भी दोष है तो उसका समाधान करना बहुत आवश्यक हैं। शनि के कुप्रभाव की वजह से कंगाली देखनी पड़ सकती हैं। सीमा का ग्रह शनि न्याय, कड़ी मेहनत, पेशों, अचल संपत्ति, बीमारी एवं बुढ़ापे के लिए जाना जाता है। शनि यदि दुर्बल हो तो यह चिंता का स्रोत बन सकता है। शनि के कुप्रभाव के कारण आप हर तरह से कंगाल हो सकते हैं। यहां तक कि आपके सड़क पर आने के दिन भी आ सकते हैं। शनि ग्रह पूजन से शनि की साढ़े साती व ढय्या का अशुभ प्रभाव दूर होता है।

शनि ग्रह शांति पूजा के लाभ

  • शनि ग्रह की वैदिक पूजा करने से जीवन में समृद्धि आती हैं।
  • लोगों के साथ व्यवहार अच्छा होता हैं।
  • जीवन मे प्रसिद्धि , मान्यता और सम्मान प्राप्त होता हैं।
  • घर के लोगों का स्वास्थ्य बेहतर होता हैं।
  • यह पूजा अथवा अनुष्ठान कराने से आपके महत्‍वपूर्ण कार्य संपन्न‍ होते हैं।
  • इस पूजा के प्रभाव से आपके जितने भी रुके हुए काम हैं वो पूरे हो जाते हैं।
  • शारीरिक और मानसिक चिंताएं दूर होती हैं।
  • नौकरी, करियर और जीवन में आ रही सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती है।
शनि ग्रह का महत्व
शनि को न्याय का देवता कहा जाता है। ज्येष्ठ माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती है। इसी तिथि पर शनि देव का जन्म हुआ था। ज्योतिष शास्त्र में शनि की भूमिका बहुत अहम मानी जाती है। शनि एक क्रूर या पापी ग्रह अवश्य है लेकिन यह हमारे कर्मों के अनुसार ही हमें फल देता है। शनि ग्रह को आयु, दुख, रोग, पीड़ा, विज्ञान, तकनीकी, लोहा, खनिज तेल, कर्मचारी, सेवक, जेल आदि का कारक माना जाता है। शनि की चाल सबसे धीमी चाल है।

 शनि ग्रह शांति की विशेष पूजा
शनि दोष के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए पूजन की अनेक विधि हैं। जिसमें सर्वोपरि व सबसे उत्तम विधि वैदिक मंत्रों द्वारा किया जाने वाला विधान है। शनि दोष की शांति के लिए शनि ग्रह को उनके 23000 हजार मंत्रों द्वारा शांत किया जाता है। इस प्रक्रिया में पूजा शुरू होने से ठीक पहले, आपको एक कॉल लगाया जाएगा ताकि आपके पंडित जी आपको उसके साथ संकल्प का पाठ करवा सकें। यह शुरुआत का प्रतीक है। यदि पूजा के दौरान आप अपने घर में या मंदिर में हो तो, आप एक शांत स्थान में बैठकर लगातार शनि ग्रह के बीज मंत्र का जप कर सकते हैं।

शनि ग्रह पूजा विधि
शनि ग्रह की पूजा वैदिक मंत्रों के साथ पारंपरिक 23000 हजार मंत्र का पाठ करने के साथ, षोडशोपचार चरणों के साथ की जाती है। पूजा में "होमा" (हवन) अनुष्ठान भी शामिल है जिसमें घी, तिल, जौ और भगवान सूर्य से संबंधित अन्य पवित्र सामग्री व सूर्यादि संख्याओं का मंत्र का पाठ करते हुए अग्नि को अर्पित की जाएगी। जातक की जन्म कुंडली में ग्रहों के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए यज्ञ एक महत्वपूर्ण उपाय है। अधिकतम सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए, वैदिक पूजा सबसे अच्छे मुहूर्त, नक्षत्र के दिन करनी चाहिए। शुभ मुहूर्त के दौरान पूजा को पूरा करने के लिए, एक पुजारी यानी एक पंडित जी को नियुक्त कर पूजा को 5 या 6 घंटों में संपन्न की जाती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1. शनि ग्रह पूजा से क्या लाभ मिलता है?

इस पूजा को करने से शनि ग्रह की नकारात्मकता दूर होती है, व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता आती है। यदि बनते काम बिगड़ते हैं तो इस पूजा को करने के बाद बनने लगते हैं। इसके साथ ही शनि ग्रह के शुभ फल भी व्यक्ति को प्राप्त होते हैं।


Q2. शनि ग्रह शांति पूजा के दौरान क्या मेरा उपस्थित होना आवश्यक है?

नहीं, इस पूजा अनुष्ठान की यह सबसे अनोखी सुंदरता यह है कि पूजा करते समय आपको शारीरिक रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है और आप तक इस पूजा का लाभ भी प्राप्त होगा। इस भौतिक जीवन की व्यस्तता के कारण आपकी कार्य भी नहीं रुकेगा। आपका सारा काम बनता चला जायेगा।


Q3. शनि ग्रह शांति पूजा का मुहूर्त कैसे निर्धारित किया जाएगा?

पूजा का समय शुभ मुहूर्त देखकर तय किया जाएगा।


Q4. शनि ग्रह शांति पूजा कितने समय तक चलती है?

यह पूजा लगभग 5-6 घंटे तक चलती है, जिसमें आचार्य या पंडित जी द्वारा मंत्रों का उच्चारण किया जाता है।


Q5. क्या हर व्यक्ति शनि ग्रह शांति पूजा कर सकता है?

हर व्यक्ति के लिए यह पूजा लाभदायक है, लेकिन जो लोग शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या से गुजर रहे हैं या जिनकी कुंडली में शनि अशुभ है उनके लिए यह पूजा अत्यंत लाभदायक सिद्ध होती है।


Q6. इस पूजन को कराने के लिए क्या-क्या जानकारी होना अनिवार्य होता है ?

इस पूजन को कराने के लिए, पुरोहित जी यजमान से पूजा से पहले से कुछ जानकारी लेते हैं। जो इस प्रकार है:-

  • पूरा नाम
  • गोत्र
  • वर्तमान शहर सहित राज्य, देश, आदि।
  • पूजा करने का उद्देश्य - आप पूजा क्यों कर रहे हैं?


Q7. शनि ग्रह शांति पूजा की समाप्ति पर क्या होगा ?

शनि ग्रह शांति पूजन व अनुष्ठान के अंत में, पंडित जी आपको पूजा के दौरान उत्पन्न सकारात्मक ऊर्जा को स्थानांतरित करने के लिए फ़ोन या वीडियो करेंगे। इस प्रक्रिया को "श्रेया दाना" या "संकल्प पूर्ति" के रूप में जाना जाता है। यह पूजा के अंत का प्रतीक है।


Q8. ऑनलाइन शनि ग्रह शांति पूजा से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए ?

जब पंडित जी पूजा अनुष्ठान कर रहे हो तो, आप अपने घर में या मंदिर में एक शांत स्थान पर बैठकर लगातार “ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नमः‘’ का जाप कर इस पूजन से उत्तम फल प्राप्त कर सकते हैं।

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